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November 23, 2024 11:10 pm

दमण में संसद द्वारा पारित 3 नए आपराधिक कानूनों पर हुआ जागरूकता कार्यक्रम, लोगों को दी गई जानकारी

दमण में संसद द्वारा पारित 3 नए आपराधिक कानूनों पर हुआ जागरूकता कार्यक्रम, लोगों को दी गई जानकारी

दमण में संसद द्वारा पारित 3 नए आपराधिक कानूनों परहुआ जागरूकता कार्यक्रम, लोगों को दी गई जानकारी

!! “श्रीराधाचरितामृतम्” 136 !!(Part-3),!! निकुँजोपासना का सिद्धान्त !!(“सि – 14),महारास (दिव्य प्रेम का नृत्य) (099&100)& श्रीमद्भगवद्गीता:Niru Ashra

!! “श्रीराधाचरितामृतम्” 136 !!(Part-3),!! निकुँजोपासना का सिद्धान्त !!(“सि – 14),महारास (दिव्य प्रेम का नृत्य) (099&100)& श्रीमद्भगवद्गीता:Niru Ashra

🌷🌷🌷🙏🌷🌷🌷 !! “श्रीराधाचरितामृतम्” 136 !! “वे मिलेंगें” – प्रियतम से मिलनें तड़फ़भाग 3 🌲🌲🌲🌲🌲🌲 वे मिलेंगें ! एकान्त में मिलेंगें………ओह ! मेरी साँसे तेज़ हो रही हैं अभी से । मेरी धड़कनें कितनी तेज़ हो गयी हैं………… उनके मुख से…सौ वर्षों के बाद सुनूंगी……राधे ! ओ मेरी प्यारी राधे ! मैं सुन पाऊँगी ! …….प्यारे … Read more

13 महीने के बच्चे का अपहरणकर्ता आरोपी को किया गिरफ़्तार : Daman Police

13 महीने के बच्चे का अपहरणकर्ता आरोपी को किया गिरफ़्तार : Daman Police

13 महीने के बच्चे का अपहरणकर्ता आरोपी कोकिया गिरफ़्तारदिनांक 03/02/2023 को शिकायतर्ता ने अपनी शिकायत दर्ज करवाई कि दिनांक02/02/2023 को शाम के समय उनका पड़ोसी राजकुमार मोहन उनके 13 महीने केलड़के को बाहर घुमाने के बहाने ले गया था और अभी तक बच्चे को वापिस लेकरनहीं आया। शिकायत मिलने पर नानी दमण पुलिस थाने में … Read more

श्रीमद्भगवद्गीता अध्याय 6 : ध्यानयोग श्लोक 6 . 17 & 18 and महारास (दिव्य प्रेम का नृत्य) (098) : Niru Ashra

श्रीमद्भगवद्गीता अध्याय 6 : ध्यानयोग श्लोक 6 . 17 & 18 and महारास (दिव्य प्रेम का नृत्य) (098) : Niru Ashra

Niru Ashra: श्रीमद्भगवद्गीता अध्याय 6 : ध्यानयोग🌹🌹🌹🌹🌹🌹श्लोक 6 . 17🌹🌹🌹🌹 युक्ताहारविहारस्य युक्तचेष्टस्य कर्मसु |युक्तस्वप्नावबोधस्य योगो भवति दु:खहा || १७ || युक्त – नियमित; आहार – भोजन; विहारस्य – आमोद-प्रमोद का; युक्त – नियमित; चेष्टस्य – जीवन निर्वाह के लिए कर्म करने वाले का; कर्मसु – कर्म करने में; युक्त – नियमित; स्वप्न-अवबोधस्य – नींद तथा … Read more

!! निकुँजोपासना का सिद्धान्त !!( “सिद्धान्त सुख” – 12 & 13): Niru Ashra

!! निकुँजोपासना का सिद्धान्त !!( “सिद्धान्त सुख” – 12  & 13): Niru Ashra

Niru Ashra: !! निकुँजोपासना का सिद्धान्त !! ( “सिद्धान्त सुख” – 12 ) गतांक से आगे – ( हे रसिकों ! “रस साधना” एक अद्भुत साधना है ….पता नही क्यों विद्वानों का ध्यान इस ओर गया नही , इसलिए जितना विश्लेषण इसका होना चाहिए था उतना नही हुआ । श्रीवृन्दावन के रसिकों ने ही अध्यात्म … Read more

!! “श्रीराधाचरितामृतम्” 136 !! Part 1 & 2 : Niru Ashra

!! “श्रीराधाचरितामृतम्” 136 !! Part 1 & 2 : Niru Ashra

Niru Ashra: 🌷🌷🌷🙏🌷🌷🌷 !! “श्रीराधाचरितामृतम्” 136 !! “वे मिलेंगें” – प्रियतम से मिलनें की तड़फ़भाग 1 🌲🌲🌲🌲🌲🌲 ललिता कह रही है कि – श्यामसुन्दर कुरुक्षेत्र में मिलेंगे ! सच ! ये सच है ? मुझे तो आज कल जागते हुए भी स्वप्न ही दिखाई देते हैं …………..श्याम सुन्दर मिलेंगें ? मैं क्या कहूँगी उन्हें ? … Read more

!! “श्रीराधाचरितामृतम्” 135 !!(3),!! निकुँजोपासना का सिद्धान्त !!,श्रीमद्भगवद्गीता&महारास (दिव्य प्रेम का नृत्य) (096-97) : निकुँजोपासना का सिद्धान्त !! : Niru Ashra

!! “श्रीराधाचरितामृतम्” 135 !!(3),!! निकुँजोपासना का सिद्धान्त !!,श्रीमद्भगवद्गीता&महारास (दिव्य प्रेम का नृत्य) (096-97) :  निकुँजोपासना का सिद्धान्त !! : Niru Ashra

Niru Ashra: !! निकुँजोपासना का सिद्धान्त !! ( “सिद्धान्त सुख”- 11 ) गतांक से आगे – ॥ दोहा ॥ बिबिधि सुरति संपति सहित, अति अद्भुत अभिराम ।चिदानंदघन जयति जै, श्रीवृन्दावन धाम ॥ ॥ पद ॥ जै जै श्रीवृन्दावन धाम। चिदानंदघन पूरन काम ॥बहति बिमल कल केलि रूपिनी, श्रीजमुना कमना चहुँकोद ।अति रस रंग तरंग उमंगनि, … Read more

!! “श्रीराधाचरितामृतम्” 135 !! (2),!! निकुँजोपासना का सिद्धान्त !!&श्रीमद्भगवद्गीता : Niru Ashra

!! “श्रीराधाचरितामृतम्” 135 !! (2),!! निकुँजोपासना का सिद्धान्त !!&श्रीमद्भगवद्गीता : Niru Ashra

Niru Ashra: 🌺🙏🌺🙏🌺🙏🌺 !! “श्रीराधाचरितामृतम्” 135 !! “प्रियतम मिलेंगे” – कुरुक्षेत्र जानें की तैयारीभाग 2 👏👏👏👏 बद्रीनाथ, केदार नाथ, रामेश्वरम्, गया, और तो और तीर्थराज प्रयाग भी यहीं हैं …….हाँ …और ये सब ब्रह्माचल की इस पहाड़ी से सब दिखता भी है…….सारे तीर्थ इस गहवर वन की रज लेनें नित्य आते हैं ……..फिर ये तुम … Read more

!! “श्रीराधाचरितामृतम्” 135 !!(1),!! निकुँजोपासना का सिद्धान्त !!,श्रीमद्भगवद्गीता&महारास (दिव्य प्रेम का नृत्य) (095) : Niru Ashra

!! “श्रीराधाचरितामृतम्” 135 !!(1),!! निकुँजोपासना का सिद्धान्त !!,श्रीमद्भगवद्गीता&महारास (दिव्य प्रेम का नृत्य) (095)  : Niru Ashra

] Niru Ashra: 🌺🙏🌺🙏🌺🙏🌺 !! “श्रीराधाचरितामृतम्” 135 !! “प्रियतम मिलेंगे” – कुरुक्षेत्र जानें की तैयारीभाग 1 👏👏👏👏 ललिता ! रंगदेवी ! सुदेवी ! सुनो ! सुनो ! गहवर वन में आज दौड़ती हुयी आई थी वो चन्द्रावली ……. श्रीजी तो भावावस्था में ही थीं ……..भाव में ही डूबी थीं …….. पर चन्द्रावली पुकार भी रही … Read more

!! निकुँजोपासना का सिद्धान्त!!,”श्रीराधाचरितामृतम्” 134 !!(3),श्रीमद्भगवद्गीता & महारास (दिव्य प्रेम का नृत्य) (094): Niru Ashra

!! निकुँजोपासना का सिद्धान्त!!,”श्रीराधाचरितामृतम्” 134 !!(3),श्रीमद्भगवद्गीता &  महारास (दिव्य प्रेम का नृत्य) (094): Niru Ashra

Niru Ashra: !! निकुँजोपासना का सिद्धान्त !! ( “सिद्धान्त सुख” – 8 ) गतांक से आगे – ऐसो निज धाम जा मधि निति भूमि। अमित दल कमल आकार रहि झूमि ॥मध्य मंजुल बनी अष्टदल पाँति । उपरि प्रिय सखिनि की कुंज सरसाँति ॥तेजमय कर्निका अति सुदेसा। ताके चहुँ ओर सरवर सुबेसा ॥मान अरु मधुर सरवर … Read more