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July 31, 2025 8:28 pm

શ્રી કોળી સમાજ સેવા સમીતી – દમણ – દ્વારા- આયોજીત – મીટીંગપરીયારી, મોટી દમણ, તા. ૦૯-૦૩-૨૦૨૫ને રવિવારના દિને યોજાઈ : નવીનભાઈ પટેલ

શ્રી કોળી સમાજ સેવા સમીતી – દમણ – દ્વારા- આયોજીત – મીટીંગપરીયારી, મોટી દમણ, તા. ૦૯-૦૩-૨૦૨૫ને રવિવારના દિને યોજાઈ બપોરના લગ્ન શ્રેષ્ઠ કોળી સમાજ સેવા સમીતી – દમણ દ્વારા કુરિવાજ નાબુદી અભિયાનમાં લગ્નપ્રસંગમાં મુર્હુતનું ચુસ્ત પાલન કરવા તથા સમયનો બગાડો અને ખોટા ખર્ચાઓ બંધરવા તથા સમાજમાં એક્તા ભાઈચારો સ્થાપવા, અંધશ્રધ્ધા થી દુર રહેવા, તથા ધર્મજાગરણની … Read more

डोलयात्रा दमन Dunetha से निकल कर रॉयल विलेज कुन्ता में मनाया गया यह अंतिम त्योहार है। प्राचीन काल से भगवान कृष्ण और उनकी प्रिय गोपी राधा के बीच प्रेम का त्यौहार 9 मार्च 2025 के दिन मनाया गया : अंजली नंदा

डोलयात्रा मे दुनेथा दमण एवम वलसाड जिला के भक्त जनो ने सहयोग दे कर यात्रां को सफल बनाई त्योहार है। प्राचीन काल से भगवान कृष्ण और उनकी प्रिय गोपी राधा के बीच प्रेम कायह त्यौहार शाश्वत बंधन में बंध कर आनंद लेने का है मनाया जाता है. ऐसा माना जाता है कि तीर्थयात्रायह वह समय … Read more

यह काम नहीं है, यह एक संगीत कार्यक्रम है, यह एक साजिश है ! : अनिल सिनोजिया

यह काम नहीं है, यह एक संगीत कार्यक्रम है, यह एक साजिश है! “मैं कभी छुट्टी नहीं लेता. ”मैं प्रतिदिन 18 घंटे काम करता हूं।” प्रधानमंत्री और उनके कट्टर भक्त कहते हैं। लेकिन भाई, यह तो बताओ कि तुम कौन सा काम करते हो, प्रयागराज जाकर गंगा में डुबकी लगाने को काम कहते हो? जामनगर … Read more

श्रीसीताराम बनशरणम् मम (109-1),“ श्रीकृष्णसखा ‘मधुमंगल’ कीआत्मकथा-19″,[] श्री भक्तमाल (119) तथा श्रीमद्भगवद्गीता : Niru Ashra

[] Niru Ashra: 🙏🥰 श्रीसीताराम शरणम् मम 🥰🙏 मैंजनकनंदिनी..1️⃣0️⃣9️⃣भाग 1( माता सीता के व्यथा की आत्मकथा)🌱🌻🌺🌹🌱🌻🌺🌹🥀💐 ध्यायेदाजानुबाहुं धृतशरधनुषं बद्दद्पद्‌मासनस्थं ।पीतं वासोवसानं नवकमलदलस्पर्धिनेत्रं प्रसन्नम् ॥ वामाङ्‌कारूढसीता मुखकमलमिलल्लोचनं नीरदाभं ।नानालङ्‌कारदीप्तं दधतमुरुजटामण्डनं रामचंद्रम् ॥ जो धनुष-बाण धारण किए हुए हैं,बद्द पद्मासन की मुद्रा में विराजमान हैं और पीतांबर पहने हुए हैं, जिनके आलोकित नेत्र नए कमल दल के … Read more

🙏🥰 श्रीसीताराम बनशरणम् मम 🥰🙏(108-3),“श्रीकृष्णसखा ‘मधुमंगल’ की आत्मकथा-18”,Hari sharan[] श्री भक्तमाल तथा श्रीमद्भगवद्गीता : Niru Ashra

[] Niru Ashra: 🙏🥰 श्रीसीताराम बनशरणम् मम 🥰🙏 मैंजनकनंदिनी..1️⃣0️⃣8️⃣भाग 3 ( माता सीता के व्यथा की आत्मकथा)🌱🌻🌺🌹🌱🌻🌺🌹🥀💐 उद्भवस्थिति संहारकारिणीं क्लेशहारिणीम्।सर्वश्रेयस्करी सीतां नतोऽहं रामवल्लभाम्।। मैं वैदेही ! रक्त तो है ? एक राक्षस बोल उठा …………. ये सुनते ही एक क्षण के लिए क्रोध से आँखें लाल हो गयीं थीं ऋषि अगत्स्य की …….फिर ऊपर की … Read more

7 मार्च, 2025 को माननीय प्रधान मंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने सिलवासा के सैली स्टेडियम में एक सार्वजनिक संबोधन किया।

7 मार्च, 2025 को माननीय प्रधान मंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने सिलवासा के सैली स्टेडियम में एक सार्वजनिक संबोधन किया।कार्यक्रम के दौरान दादरा एवं नगर हवेली एवं केंद्र शासित प्रदेश दमन एवं दीव एवं लक्षद्वीप के मा.प्रशासक श्री प्रफुल्ल पटेल की उपस्थिति में 2587 करोड़ (दो हजार पांच सौ सात सौ करोड़ रूपये) के 62 … Read more

 श्रीसीताराम शरणम् मम [108-2]“श्रीकृष्णसखा ‘मधुमंगल’ की आत्मकथा-17”,श्री भक्तमाल (117) तथा श्रीमद्भगवद्गीता : Niru Ashra

[] Niru Ashra: 🙏🥰 श्रीसीताराम शरणम् मम 🥰🙏 मैंजनकनंदिनी..1️⃣0️⃣8️⃣भाग 2 ( माता सीता के व्यथा की आत्मकथा)🌱🌻🌺🌹🌱🌻🌺🌹🥀💐 उद्भवस्थिति संहारकारिणीं क्लेशहारिणीम्।सर्वश्रेयस्करी सीतां नतोऽहं रामवल्लभाम्।। मैं वैदेही ! पर वो ऋषि मुनि वहाँ से हटेंगे नही….रावण के दूत नें ये भी स्पष्ट कहा । अगर वो लोग वहाँ रहना चाहते हैं ….तो “कर” दें ………प्रजा क्या अपनें … Read more

 श्रीसीताराम शरणम् मम [108-1],“श्रीकृष्णसखा ‘मधुमंगल’ की आत्मकथा-16”,श्री भक्तमाल (116) तथा श्रीमद्भगवद्गीता : Niru Ashra

Niru Ashra: 🙏🥰 श्रीसीताराम शरणम् मम 🥰🙏 मैंजनकनंदिनी..1️⃣0️⃣8️⃣भाग 1 ( माता सीता के व्यथा की आत्मकथा)🌱🌻🌺🌹🌱🌻🌺🌹🥀💐 उद्भवस्थिति संहारकारिणीं क्लेशहारिणीम्।सर्वश्रेयस्करी सीतां नतोऽहं रामवल्लभाम्।। मैं वैदेही ! मत सोचिये रावण के बारे में हे रामबल्लभा ! आप ही हैं जो इस रावण के त्रास से इस सम्पूर्ण सृष्टि को बचानें के लिए आई हैं ! हे रामप्रिया … Read more

🙏🥰 श्रीसीताराम शरणम् मम 🥰🙏[107-3],“श्रीकृष्णसखा ‘मधुमंगल’ की आत्मकथा-15”,श्री भक्तमाल (115) तथा श्रीमद्भगवद्गीता : Niru Ashra

🙏🥰 श्रीसीताराम शरणम् मम 🥰🙏 मैंजनकनंदिनी..1️⃣0️⃣7️⃣भाग 3 ( माता सीता के व्यथा की आत्मकथा)🌱🌻🌺🌹🌱🌻🌺🌹🥀💐 वन्दे विदेहतनयापदपुण्डरीकं।कैशोरसौरभसमाहृतयोगिचित्तम्।। हन्तुं त्रितापमनिशं मुनिहंससेव्यं।सन्मानिशालिपरपीतपरागपुजंम्।। दूर्बादल द्युतितनुं तरुणाब्जनेत्रं।हेमामबराम्बरविभूषषितांकम्।। कन्दर्पकोटिकमनीय किशोर मूर्ति पूर्ति मनोरथभवा भजु जानकीशम्।। “वैदेही की आत्मकथा” गतांक से आगे – मैं वैदेही ! सोलह श्रंगार में सजी अप्सरा रम्भा !……………. वो तो जा रही थी अपनें प्रेमी से मिलनें … Read more