!! “श्रीराधाचरितामृतम्” 92 !!-“रुढ़ भावः” – यानि सिर्फ “तू”भाग 3 : Niru Ashra
!! “श्रीराधाचरितामृतम्” 92 !! “रुढ़ भावः” – यानि सिर्फ “तू”भाग 3 वो लटें , वो मधुर हास्य , वो सुन्दरता …..पागल हो गयी वो बहु । ललिता सखी उद्धव को ये प्रसंग सुना रही हैं । अब तो उस बहु की आँखें चढ़ी हुयी थीं……..पद डगमग हो रहे हैं ……..मटकी तो वहीं फूट ही चुकी … Read more