ईएमआई के जाल में फँस गया आज का युवा : टी के सोलंकी – ईश्वर परमार
टी के सोलंकी – ईएमआई के जाल मेंफँस गया आज का युवाभौतिक सुख-सुविधाओं के इस युग में हमारी युवा पीढ़ी क्या है?दिशा समझ में नहीं आती. एक दूसरे की नजर मेंकुछ ऐसा खरीदता है जो उसकी वित्तीय क्षमता से परे है।आज के आधुनिक युग में कोई भी महंगी वस्तु ईएमआई से ऊपर हैखरीदा जा सकता … Read more