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July 20, 2025 8:24 am

यूNRI केशव बटाक ने IPL 2025 के ऑक्शन तक पहुँचने वाले उमंग टंडेल का बढ़ाया हौसला, कहा-Don’t worry ! आगे मौक़े और भी हैं!! : NRI केशव बटाक

26-11-2026NRI केशव बटाक ने IPL 2025 के ऑक्शन तक पहुँचने वाले उमंग टंडेल का बढ़ाया हौसला, कहा-Don’t worry ! आगे मौक़े और भी हैं!!NRI केशव बटाक ने उमंग कुमार (टंडेल) का मनोबल बढ़ाते हुए कहा है कि ” Don’t worry Umang! IPL-2025 के ऑक्शन में आप UNSOLD रहे तो भी ग़म नहीं। IPL की दहलीज … Read more

🙏🥰 श्रीसीताराम शरणम् मम 🥰🙏(75-1), हमन को बेकरारी क्या ?,भक्तमाल (021) तथा श्रीमद्भगवद्गीता : नीरु आशरा

Niru Ashra: 🙏🥰 श्रीसीताराम शरणम् मम 🥰🙏 मैंजनकनंदिनी..7️⃣5️⃣भाग 1 ( माता सीता के व्यथा की आत्मकथा)🌱🌻🌺🌹🌱🌻🌺🌹🥀💐 सकल मुनिन्ह सन विदा कराई….📙( रामचरितमानस )📙🙏🙏👇🏼🙏🙏 मैं वैदेही ! “हम दक्षिण की ओर जायेंगें”……चित्रकूट को हमें अब छोड़ना होगा । सन्ध्या की वेला थी……..अयोध्या से आये एक समूह को छोड़कर आये थे मेरे श्रीराम और लक्ष्मण । बैठे … Read more

 श्रीसीताराम शरणम् मम (74-3),श्री भक्तमाल (020), “नाटक नही ‘नट’ पर दृष्टि रखो” (0तथा श्रीमद्भगवद्गीता : नीरु आशरा

] Niru Ashra: “नाटक नही ‘नट’ पर दृष्टि रखो” सौभरी वन में पागलबाबा – 23 मन में बड़ा क्षोभ होता है कि विरक्त-बाबा बनकर भी लोग संग्रह में लगे रहते हैं और ग्रहस्थ होकर लोग बाबाओं की निन्दा करते हैं …..अच्छा नही लगता । ये प्रश्न मेरे साथ के एक साधक ने पागलबाबा से किया … Read more

🙏🥰 श्रीसीताराम शरणम् मम 🥰🙏(74-2),श्री भक्तमाल (019),श्री भक्तमाल (019) तथा श्रीमद्भगवद्गीता : नीरु आशरा

Niru Ashra: 🙏🥰 श्रीसीताराम शरणम् मम 🥰🙏 मैंजनकनंदिनी..7️⃣4️⃣भाग 2 ( माता सीता के व्यथा की आत्मकथा)🌱🌻🌺🌹🌱🌻🌺🌹🥀💐 सीता चरण चोंच हति भागा……..📙( रामचरितमानस )📙🙏🙏👇🏼🙏🙏 मैं वैदेही ! वो भागा ………………….बड़ी तेजी से भागा ……………….. आपनें उस पर क्रोध क्यों किया ? मैं मन्दाकिनी में जाकर अपनें देह में लगे रक्त को धो रही थी । तब … Read more

🙏🥰 श्रीसीताराम शरणम् मम 🥰🙏(74-1), “प्रेमी परमात्मा” ,श्रीमद्भगवद्गीता तथा श्री भक्तमाल (018) : नीरु आशरा

Niru Ashra: 🙏🥰 श्रीसीताराम शरणम् मम 🥰🙏 मैंजनकनंदिनी..7️⃣4️⃣भाग 1 ( माता सीता के व्यथा की आत्मकथा)🌱🌻🌺🌹🌱🌻🌺🌹🥀💐 सीता चरण चोंच हति भागा……..📙( रामचरितमानस )📙🙏🙏👇🏼🙏🙏 मैं वैदेही ! ओह ! यही हैं श्रीराम ? कौआ का रूप बनाकर आगया था चित्रकूट में वो जयन्त …..और आकाश में मंडराने लगा था । अरे ! ये तो जितेन्द्रिय नही … Read more

🙏🥰 श्रीसीताराम शरणम् मम 🥰🙏 , “बरदाश्त करो , यही सिद्धि है”,श्रीमद्भगवद्गीता & श्री भक्तमाल (017) : Niru Ashra

🙏🥰 श्रीसीताराम शरणम् मम 🥰🙏 मैंजनकनंदिनी.. 7️⃣3️⃣भाग 3( माता सीता के व्यथा की आत्मकथा)🌱🌻🌺🌹🌱🌻🌺🌹🥀💐 सुरपति सुत धरि बायस बेषा..( रामचरितमानस )🌷🍏🍊🍐🍋🍓🍎🥝🍌🍍 🙏👇👇👇🙏 क्या कहा ? दशानन से हम सुरों को मुक्ति दिलानें वाला कोई आया है ! जयन्त नें सुन लिया था मेरे श्रीराम के बारे में …………देव, किन्नर , यक्ष सब आपस में बातें … Read more

🙏🥰 श्रीसीताराम शरणम् मम 🥰🙏(73-2), श्री भक्तमाल (016),चौबीस घण्टे साधना में रहो.. & श्रीमद्भगवद्गीता : Niru Ashra

🙏🥰 श्रीसीताराम शरणम् मम 🥰🙏 मैंजनकनंदिनी.. 7️⃣3️⃣भाग 2( माता सीता के व्यथा की आत्मकथा)🌱🌻🌺🌹🌱🌻🌺🌹🥀💐 सुरपति सुत धरि बायस बेषा..( रामचरितमानस )🌷🍏🍊🍐🍋🍓🍎🥝🍌🍍 🙏👇👇👇🙏 तो मेघनाद आया ………उसनें देखा , मेरे पिता रावण देवों के स्वर्ग में फंसे पड़े हैं…….इधर देखा न उधर …..सीधे देवराज इन्द्र को ही पकड़ लिया ………..और इंद्र को पकड़ कर चिल्लाया ………..मेरे … Read more

अनुचिंता-3 By Anjali Nanda,(Anjali R Padhi) President Shree Jagannath Mandir Seva Sansthan (SJMSS),Daman

अनुचिंता-3 By Anjali Nanda,(Anjali R Padhi) President Shree Jagannath Mandir Seva Sansthan (SJMSS),Daman जगन्नाथ स्वामी दया और कृपा के अथाह सागर है,अर्थात अपनी कृपा की वृष्टि करने वाले मेघो के जैसे है I जगन्नाथ मय हो आप सबका जीवन। जगन्नाथ मय हैं आप सबकी भक्ति I भक्ति के तुलसी वर्षा करिये प्रभु पर, ह्रदय में … Read more

🙏🥰 श्रीसीताराम शरणम् मम 🥰🙏(73-1),[] “ध्यान का अभ्यास”,श्रीमद्भगवद्गीता तथा सुंदर कथा १० (श्री भक्तमाल – भगवान श्री शंकर ) : नीरु आशरा

🙏🥰 श्रीसीताराम शरणम् मम 🥰🙏 मैंजनकनंदिनी.. 7️⃣3️⃣भाग 1( माता सीता के व्यथा की आत्मकथा)🌱🌻🌺🌹🌱🌻🌺🌹🥀💐 सुरपति सुत धरि बायस बेषा..( रामचरितमानस )🌷🍏🍊🍐🍋🍓🍎🥝🍌🍍 🙏👇👇👇🙏देवराज इंद्र का वह पुत्र था ……”जयन्त” यही नाम था उसका । बड़ा वीर था ………सुरों को उसनें कई युद्धों में विजय दिलाई थी । पर …………….. एक दिन दशानन नें धावा बोल दिया … Read more

🙏🥰 श्रीसीताराम शरणम् मम 🥰🙏(72-3), सफल होना है ?, श्री भक्तमाल (014) तथा श्रीमद्भगवद्गीता : नीरु आशरा

🙏🥰 श्रीसीताराम शरणम् मम 🥰🙏 मैंजनकनंदिनी..7️⃣2️⃣भाग 3 ( माता सीता के व्यथा की आत्मकथा)🌱🌻🌺🌹🌱🌻🌺🌹🥀💐 एक बार चुनि कुसुम सुहाये …..📙( रामचरितमानस )📙🙏🙏👇🏼🙏🙏 मैं वैदेही ! मै भी चुपके चुपके रो ही लेती थी……..लक्ष्मण भैया कार्य में व्यस्त तो रहते …..पर उनको भी ये कहते हुए सुना था एक दिन…….कि भरत भैया सुना है अयोध्या में … Read more