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November 21, 2024 1:21 pm

!! “श्रीराधाचरितामृतम्” 72 !!-नन्द यशोदा को उद्धव का ज्ञानोपदेश भाग 2 : Niru Ashra

!! “श्रीराधाचरितामृतम्” 72 !!-नन्द यशोदा को उद्धव का ज्ञानोपदेश भाग 2 : Niru Ashra

!! “श्रीराधाचरितामृतम्” 72 !! नन्द यशोदा को उद्धव का ज्ञानोपदेशभाग 2 हे नन्दराय ! ये सब लीला है …..और उनकी लीला चलती ही रहती है । इतना कहकर उद्धव चुप हो गए थे । ये क्या कहना चाहता है ? यशोदा जी नें नन्दराय से पूछा । नन्द जी नें उद्धव कि ओर देखकर इशारा … Read more

!! उद्धव प्रसंग !!-{ गौरांगी के कुछ प्रश्न – “उद्धव प्रसंग” के प्रति } भाग-4 and 5 : Niru Ashra

!! उद्धव प्रसंग !!-{ गौरांगी के कुछ प्रश्न – “उद्धव प्रसंग” के प्रति } भाग-4 and 5 : Niru Ashra

!! उद्धव प्रसंग !! { गौरांगी के कुछ प्रश्न – “उद्धव प्रसंग” के प्रति }भाग-4 मयि ताः प्रेयसां प्रेष्ठे दुरस्थे गोकुलस्त्रियः ।(श्रीमद्भागवत) उसके नयन सजल थे… वो कई दिनों के बाद मुझ से मिली थी । कार्तिक में उसने… एक महीने तक मौन रहना और एकान्त वास का सुख लूटा था… मैं भी अष्टयाम सेवा … Read more

!! राधा बाग में – “श्रीहित चौरासी” !!-( ललित नागर – “मोहन मदन त्रिभंगी” ): Niru Ashra

!! राधा बाग में – “श्रीहित चौरासी” !!-( ललित नागर – “मोहन मदन त्रिभंगी” ): Niru Ashra

!! राधा बाग में – “श्रीहित चौरासी” !! ( ललित नागर – “मोहन मदन त्रिभंगी” ) गतांक से आगे – चलिए प्रेम की बात करते हैं । करने लायक बात प्रेम ही है, हमारे रसिक संत कहते हैं – प्रेम वो है जो अतीर्थ को भी तीर्थ बना दे । प्रेम वो है जो महाअपवित्र … Read more

!! “श्रीराधाचरितामृतम्” 72 !!-नन्द यशोदा को उद्धव का ज्ञानोपदेश भाग 1: Niru Ashra

!! “श्रीराधाचरितामृतम्” 72 !!-नन्द यशोदा को उद्धव का ज्ञानोपदेश भाग 1: Niru Ashra

!! “श्रीराधाचरितामृतम्” 72 !! नन्द यशोदा को उद्धव का ज्ञानोपदेशभाग 1 अपनें आपको दृढ किया उद्धव नें …………. नही …..मुझे इनके विरह को कम करना ही होगा । हे नन्दराज जी ! आप जिसे कृष्ण मान रहे हैं …….आप जिसे अपना पुत्र मान रहे हैं ……..वो आपका पुत्र नही है ! ओह ! उद्धव ये … Read more

!! उद्धव प्रसंग !!-{ “कृष्ण का प्रेम वैचित्र अवस्था” – उद्धव प्रसंग }भाग-3 : Niru Ashra

!! उद्धव प्रसंग !!-{ “कृष्ण का प्रेम वैचित्र अवस्था” – उद्धव प्रसंग }भाग-3 : Niru Ashra

{ “कृष्ण का प्रेम वैचित्र अवस्था” – उद्धव प्रसंग }भाग-3 गच्छोद्धव ब्रजम् सौम्य…(श्रीमद्भागवत) मेरे गुरु बृहस्पति जी ने मुझ से कहा था… कृष्ण पूर्णब्रह्म हैं । इसीलिए तो मेरा उस देवलोक में भी इतना सम्मान हुआ… मैं ही तो था उस देवलोक में विद्याध्यन के लिए पहुँचा एक मानव । पर मेरा कितना सम्मान किया… … Read more

!! राधा बाग में – “श्रीहित चौरासी” !!-(रस वर्षण – “खेलत रास दुलहिनी दूलहु” ): Niru Ashra

!! राधा बाग में – “श्रीहित चौरासी” !!-(रस वर्षण – “खेलत रास दुलहिनी दूलहु” ): Niru Ashra

!! राधा बाग में – “श्रीहित चौरासी” !! ( रस वर्षण – “खेलत रास दुलहिनी दूलहु” ) गतांक से आगे – रस वर्षण निकुँज में नित्य है ,यहाँ रस की वर्षा होती ही रहती है ,पर उसका रूप हर बार नवीन नवीन ही रहता है । रास नित्य है ,पर नित्य रास, अद्वितीय हर बार … Read more

!! “श्रीराधाचरितामृतम्” 71 !!-सन्देसो देवकी सौं कहियो…भाग 3 : Niru Ashra

!! “श्रीराधाचरितामृतम्” 71 !!-सन्देसो देवकी सौं कहियो…भाग 3 : Niru Ashra

!! “श्रीराधाचरितामृतम्” 71 !! सन्देसो देवकी सौं कहियो…भाग 3 ये कौन है ? मेरे कन्हाई जैसा ? उद्धव को देखकर फिर पूछनें लगी थीं । उद्धव की बुद्धि फिर चकराई ………..मैं इनको क्या समझाऊँ ? ये श्याम का सखा है …….इसका नाम उद्धव है ……..बृजपति नें फिर परिचय दिया …….। मथुरा से आया है ये … Read more

केशव बटाक ने लेस्टर में बागेश्वरधाम सरकार के ‘भारत हिन्दू राष्ट्र’ आंदोलन का किया समर्थन

केशव बटाक ने लेस्टर में बागेश्वरधाम सरकार के ‘भारत हिन्दू राष्ट्र’ आंदोलन का किया समर्थन

London : 27-07-23 by Keshav Batakकेशव बटाक ने लेस्टर में बागेश्वरधाम सरकार के ‘भारत हिन्दू राष्ट्र’ आंदोलन का किया समर्थन

દમણમાં 10 વર્ષ થી કાર્યરત કોન્ટ્રાક્ટ શિક્ષકો અને કાયમી પોસ્ટ પર કામ કરતા શિક્ષકોની આપવીતી (જાયેતો જાયે કહો……)

દમણમાં 10 વર્ષ થી કાર્યરત કોન્ટ્રાક્ટ શિક્ષકો અને કાયમી પોસ્ટ પર કામ કરતા શિક્ષકોની આપવીતી (જાયેતો જાયે કહો……)

દમણમાં 10 વર્ષ થી કાર્યરત કોન્ટ્રાક્ટ શિક્ષકો અને કાયમી પોસ્ટ પર કામ કરતા શિક્ષકોની આપવીતી [જાયેતો જાયે કહો……તા.21.7.2023 ના રોજ ડાયરેક્ટર ઓફ એજ્યુકેશન દાનહ અને દમણ દ્વારા એક ઓર્ડર બહાર પડાયો.જેમાં શાળા સમય 9:30 થી 4:30 કરવો ,તેમજ શિક્ષકો માટે રિપોર્ટિંગ ટાઈમ 9:15 અને શાળા છોડવાનોસમય 4:45 એમ શાળા સમય સાડા સાત કલાકનો કરવામાં આવ્યો … Read more

!! राधा बाग में – “श्रीहित चौरासी” !!-(नित्यविहार का उपास्य रूप – “आजु सखी वन में”) : Niru Ashra

!! राधा बाग में – “श्रीहित चौरासी” !!-(नित्यविहार का उपास्य रूप – “आजु सखी वन में”) : Niru Ashra

!! राधा बाग में – “श्रीहित चौरासी” !! ( नित्यविहार का उपास्य रूप – “आजु सखी वन में”) गतांक से आगे – हमारा उद्देश्य नित्य विहार के दर्शन को प्राप्त करना है । किन्तु वो दर्शन सामान्य तो नही है …प्रथम तो उसके लिए स्व प्रयास की आवश्यकता पड़ेगी । पर स्वयं का प्रयास कुछ … Read more